बीजिंग। चीन ने आज अपने सदाबहार सहयोगी पाकिस्तान का यह कहते हुए बचाव किया है कि इस्लामाबाद ने आतंकवाद से लड़ने के लिए अपना ‘सर्वश्रेष्ठ’ प्रदर्शन किया है और कुछ देशों को इसके लिए पाकिस्तान को ‘पूरा श्रेय’ देना चाहिए। यह बयान ब्रिक्स की उस घोषणा को चीन का समर्थन देने के कुछ दिनों बाद आया है जिसमें पाकिस्तान से सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों का पहली बार नाम लिया गया था।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ के साथ एक संयुक्त प्रेस सम्मेलन को संबोधित करते हुए चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा, “पाकिस्तान चीन का अच्छा भाई और दोस्त है। कोई भी पाकिस्तान को चीन से बेहतर नहीं जानता और समझता है।” आसिफ चीन के दौरे पर उस वक्त गए हैं जब चीन ने हाल में श्यामन में खत्म हुए ब्रिक्स सम्मेलन में आतंकवाद पर एक कड़े प्रस्ताव को अपना समर्थन दिया है।
प्रस्ताव में लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठनों द्वारा की जा रही हिंसा पर चिंता जताई गई है। अपने दौरे से पहले पहली बार आसिफ ने स्वीकार किया कि पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर “शर्मसार” होने से बचने के लिए आतंकी संगठनों के खिलाफ कड़े कदम उठाने होंगे।